जानते हो | Kaho Jannat

सही पहचान क्या है, जानते हो?
तुम्हारा नाम क्या है, जानते हो?
फक़त कुछ और बरस बाजी है
‘फक़त’ कितने बरस है, जानते हो?
जहां होना था तुम्हे, हो क्या?
कहां होना था तुम्हे, जानते हो?
महज़ सांसो के भरोसे हो तुम
‘महज’ कितना खऱच है, जानते हो?

- नवीन कुमार ‘जन्नत’