ऐसे ना टूट जाया करो साथिया
खुद को जरा बचाया करो साथिया
तुमको तुम्ही से खतरा भी हो सकता है
खुद में ना डूब जाया करो साथिया
गर गीत प्रेम वाला कोई याद करो
मन ही में गुनगुनाया करो साथिया
मेरी जो गलतियां हैं मेरे नाम लिखो
खुद को ना आजमाया करो साथिया
कुछ पल से जिन्दगी नहीं साबित होगी
फुरसत से आया जाया करो साथिया
ऐसे ना टूट जाया करो साथिया
खुद में ना डूब जाया करो साथिया
-नवीन कुमार ‘जन्नत’